मंगलवार, 5 मार्च 2024

पिता

 धरा पर जिसने हमको लाया...

 पकड़ के उंगली चलना सिखाया.. 

पुरुष नहीं वह देव हैं... 

चरणों में जिनके संसार समाया..


बिखरे ना कभी भविष्य हमारा....... 

संस्कारों का अद्भुत ज्ञान दिया.....

 हर कदम पर अपने सफल रहे.... 

ऐसा दृढ़ता का वरदान दिया...

 रोए ना हम भोजन खातिर... 

खुद सूखा भोजन है खाया.... 

पुरुष नहीं वह देव हैं.....

 चरणों में जिसके संसार समाया....


हर सुख को हम प्राप्त करें.. 

अथक परिश्रम वो करते हैं...

 हर बाधा हमसे दूर रहे...

 ऐसी दुआ हमेशा करते हैं......

 हारे ना हम युद्ध कभी....

 ऐसा कौशल है सिखाया..... 

पुरुष नहीं वह देव हैं.....

 चरणों में जिसके संसार समाया...


देना ना कभी कष्ट पिता को....

विनम्र निवेदन करता हूं...

 स्वर्ग का सुख मुझको मिलता. ...

जब चरणों में उनके रहता हूं...... 

सत्कर्मों के गाथा को जिसके ...

त्रिदेवों ने भी है गाया....... 

पुरुष नहीं वो देव हैं... 

चरणों में जिसके संसार समाया |

Chakraverti @yush


Chaktaverti @yush

प्रेम प्रसंग

मैं शीत संवर का प्रेमी हूँ.. 
तू आतप मुझे समझता है... 
मैं सीधा साधा परवाना हूँ ...
तू छलिया मुझको कहता है..

मैं चलता हूँ जिन राहों में.. 
शांति अंलकृत होती है... 
मैं रहता हूँ जिस कुसुमाकर में...
 रति ताल झंकृत होती है....
 मैं तुझको ये बतलाता हूँ... 
फिर भी,
 तू द्वेष राग का स्वामी मुझको कहता है .... 
मैं शीत संवर का प्रेमी हूँ.....
 तू आतप मुझे समझता हूँ.....

माना मैं रहता हूँ जज़्बातों में...
 फिर भी, 
प्रेम तनय न छोड़ा हूँ....
 जज़्बातों में मेरे भाव अलख हैं..
 मैं प्रीती डोर न तोड़ा

मैं संयोग प्रणय का आबिद हूँ.. 
तू कुप्सा का सौदागर मुझको कहता है..
 मैं शीत संवर का प्रेमी हूँ..
 तू आतप मुझे समझता है..

Chakraverti @yush

माँ

हमारे हँसने से जो हँसती है, 
रोने से जो रोती है, 
है कौन भला इस दुनिया में, 
ऐसी एक माँ ही होती है,

हर दुःख के साये को जिसने ,
अपने आँचल में ही रोक लिया ,Chakrverti Ayush
 हर कदम हमारे अडिग रहे,
 ऐसा दृढ़ता का आलोक दिया, 
भीगे न कभी अंग हमारे, 
खुद वो गीले में सोती है, 
है कौन भला इस दुनिया में...
 ऐसी एक माँ ही होती है....

हर सुख को हम प्राप्त करें, 
ये दुआ हमेशा करती है,
 थक कर जब वापस आते, 
हर रात जो थप थप करती है ,
 बचे हुए सूखे भोजन को ,
हँसकर जो खा जाती है, 
है कौन भला इस दुनिया में...
 ऐसी एक माँ ही होती है......

हर माँ का हम ध्यान धरे, 
हृदय से उसका सम्मान करे ,
 करुणा निधान उस सागर का ,
 कभी ना हम अपमान करें, 
दूर कभी हम उससे होते, 
हर रात जो सो न पाती है, 
है कौन भला इस दुनिया में ...
 ऐसी एक माँ ही होती है...

Chakraverti @yush

Broken Heart

प्रियतम

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तेरा मैं रहा था, तेरा मैं रहूँगा
 तुझसे जुदा हो कहाँ मैं जिऊँगा, 
ख्वाइश यह मेरी रहती हर घड़ी,
 बने हर जन्म में तू मेरी जिंदगी, 
नखरे तेरे, मैं खुशी से सहूँगा
 तेरा मैं रहा था, तेरा मेरा रहूँगा

रहती है हर पल तू साँसो में मेरी 
कवि हूं मैं, तू कविता है मेरी
 साथ ना छोडूंगा, तेरा मैं कभी 
रहे मेरी जान, या ना रहे जिंदगी
 तेरे हर गमों को, खुशी से भरूँगा
 तेरा मैं रहा था, तेरा मेरा रहूँगा

मेरी जिंदगी है, तू सुन ले मेरी जान 
धड़कन में मेरे लिखा है तेरा नाम 
मेरी हर दुआ की बंदगी है तू
 मेरे हर साँसो की शायरी है तू
 कविता की हर कड़ी में,
 मैं तुझे ही लिखूँगा
 तेरा मैं रहा था, तेरा मैं रहूँगा

कविता - आज़ादी की गाथा

शीर्षक - आजादी की गाथा स्वतंत्रता के सूरज की,   रश्मियाँ बिखरी हैं चहुँ ओर,   वीरों के बलिदान से सजी,   ये धरती गाती है गीत और। ...