मंगलवार, 5 मार्च 2024

प्रियतम

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तेरा मैं रहा था, तेरा मैं रहूँगा
 तुझसे जुदा हो कहाँ मैं जिऊँगा, 
ख्वाइश यह मेरी रहती हर घड़ी,
 बने हर जन्म में तू मेरी जिंदगी, 
नखरे तेरे, मैं खुशी से सहूँगा
 तेरा मैं रहा था, तेरा मेरा रहूँगा

रहती है हर पल तू साँसो में मेरी 
कवि हूं मैं, तू कविता है मेरी
 साथ ना छोडूंगा, तेरा मैं कभी 
रहे मेरी जान, या ना रहे जिंदगी
 तेरे हर गमों को, खुशी से भरूँगा
 तेरा मैं रहा था, तेरा मेरा रहूँगा

मेरी जिंदगी है, तू सुन ले मेरी जान 
धड़कन में मेरे लिखा है तेरा नाम 
मेरी हर दुआ की बंदगी है तू
 मेरे हर साँसो की शायरी है तू
 कविता की हर कड़ी में,
 मैं तुझे ही लिखूँगा
 तेरा मैं रहा था, तेरा मैं रहूँगा

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