मंगलवार, 5 मार्च 2024

माँ

हमारे हँसने से जो हँसती है, 
रोने से जो रोती है, 
है कौन भला इस दुनिया में, 
ऐसी एक माँ ही होती है,

हर दुःख के साये को जिसने ,
अपने आँचल में ही रोक लिया ,Chakrverti Ayush
 हर कदम हमारे अडिग रहे,
 ऐसा दृढ़ता का आलोक दिया, 
भीगे न कभी अंग हमारे, 
खुद वो गीले में सोती है, 
है कौन भला इस दुनिया में...
 ऐसी एक माँ ही होती है....

हर सुख को हम प्राप्त करें, 
ये दुआ हमेशा करती है,
 थक कर जब वापस आते, 
हर रात जो थप थप करती है ,
 बचे हुए सूखे भोजन को ,
हँसकर जो खा जाती है, 
है कौन भला इस दुनिया में...
 ऐसी एक माँ ही होती है......

हर माँ का हम ध्यान धरे, 
हृदय से उसका सम्मान करे ,
 करुणा निधान उस सागर का ,
 कभी ना हम अपमान करें, 
दूर कभी हम उससे होते, 
हर रात जो सो न पाती है, 
है कौन भला इस दुनिया में ...
 ऐसी एक माँ ही होती है...

Chakraverti @yush

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